पंचकूला में हुई हिंसक घटना के बाद अब रोहतक पुलिस सर्तक हो गई है। रोहतक पुलिस का कहना है कि उसने पंचकूला जैसी घटना आगे घटित न हो उसके लिए पहले ही 28 अर्द्धबल सैनिकों की टीमों को रोहतक की सुनारिया जेल और शहर भर में तैनात कर दिया है। जबकि 23 टीमें वहां पहले से ही तैनात हैं।
हैलो उत्तराखंड से बात करते हुए एसपी रोहतक पंकज नैन ने यह बात कही है। साथ ही उन्होंने कहा है कि सुनारिया जेल में राम रहीम के बंद होने के कारण उनके अनुयायियों का यहां पहुंचने की भी आशंका बनीं हुई है। फिलहाल जिस पर प्रशासन कोई भी किसी भी तरह की ढ़ील बरतने के मूड़ में नहीं है। उन्होंने कहा कि रोहतक जिले की सीमा को पूरी तरह से सील कर डेरे के अनुयायियों के प्रवेश पर पूर्ण तरह पाबंदी लगा दी गई है और रोहतक पुलिस इस मामले पर किसी भी तरह की घटना के लिए पूरी तरह से निपटने को तैयार है।
गौरतलब है कि पंचकूला की सीबीआई कोर्ट द्वारा गुरमीत राम रहीम को दोषी करार देने के बाद डेरा प्रमुख समर्थकों द्वारा मचाए गए हुडदंग और आगजनी हिंसा के बाद गुरमीत राम रहीम को हैलिकॉप्टर से रोहतक की सुनारिया जेल में लाया गया। जहां कल यानि सोमवार को राम रहीम की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की जाएगी। वहीं कल पेशी के दौरान भी ऐसी कोई अप्रिय घटना न हो उसके लिए रोहतक पुलिस पूरी तरह से अलर्ट है।
कहने को तो हरियाणा पुलिस भी पहले से ही पूर्ण तरीके से अलर्ट थी। फैसला आने के दो दिन पूर्व से ही पुलिस बल प्रशिक्षण करवाया जा रहा था। सारी चौकस व्यवस्थाओं को लेकर दावे किए गए थे। लेकिन ऐन मौके पर सब बिखर कर रह गया, सरकार के सारे दावे फेल साबित हुए, जिस कारण 31 जानें चली गईं। फिलहाल अब देखने वाली बात होगी कि क्या रोहतक पुलिस राम रहीम के अनुयायियों को कोई हुडदंग करने से बचा पाती है या फिर हरियाणा पुलिस की ही तरह रामरहीम के समर्थकों के सामने घुटने टेक देगी?