शनिवार देर शाम नरेन्द्र नगर के एसडीएम लक्ष्मीराज चैहान ने अपनी टीम के साथ राफ्टिंग प्वाइंटों पर औचक निरीक्षण किया जिसके तहत कुछ ऐसी बातें सामने आई जो कि चैंका देने वाली थीं, दरसल राफ्टिंग के नाम पर पर्यटकों की जान के साथ लगातार हर रोज खिलवाड किया जा रहा है। इस सबंध में हैलो उत्तराखण्ड की टीम ने एसडीएम नरेन्द्र नगर लक्ष्मीराज चैहान से खास बात चीत करते हुए सीधी प्रतिक्रिया ली कि असल में क्या वाक्या रहा ।
उन्होने बताया कि शनिवार को शिवपुरी-ऋषिकेश गंगातट के राफ्टिंग प्वाइंटों पर प्रशासन की टीम ने छापेमारी अभियान शुरू किया। साथ ही उन्होने बताया कि हमारी टीम ने गंगा में नियम विरुद्ध राफ्ट संचालन कर रहे संचालकों पर छापेमारी की। टीम के औचक निरीक्षण करने पर राफ्ट संचालकों में हड़कंप मच गया। प्रशासन की टीम को औचक निरीक्षण में भारी कमियां मिलीं और साथ ही 18 मामले ऐसे मिले जिनमें एक लाइसेंस पंजीकरण की आड में तीन से चार राफ्ट चलाई जा रहीं साथ ही दर्जनभर राफ्टें ओवरलोड पाई गईं, यही नही पर्यटकों को बिना हेल्मेट पहनाए राफ्टिंग करावाने को लेकर प्रशासन काफी गंभीर नजर आया , और यही नही गंगा में पर्यटकों को राफ्टिंग करा रहे कुछ गाइड भी अपना लाइसेंस दिखाने से बचते नजर आए। संदेह होने पर परिवहन विभाग के अधिकारियों ने राफ्टिंग करा रहे गाइडों का एल्को मीटर से परीक्षण भी किया।
बीती चार अप्रैल को जिलाधिकारी टिहरी इंदुधर बौड़ाई पर्यटकों की सुरक्षा के मद्देनजर गंगा घाटी राफ्टिंग प्रबंधन कमेटी का गठन किया गया था, जिसमे एसडीएम नरेन्द्र नगर कमेटी के उपाध्यक्ष बनाए गए। डीएम के निर्देश पर औचक निरीक्षण कर एसडीएम ने चालान और कार्रवाई की संतुष्टि की है। एसडीएम लक्ष्मीराज चैहान ने बताया कि नियम विरुद्ध संचालन करने वाले कुल 18 मामले सामने आए है जिनका चालान किया गया है। उन्होने बताया कि साहसिक पर्यटन के तहत लगभग 289 पंजीयन हैं, परतंु 600 के करीब मौके पर राफ्ट पाईं गई जिसे अंदाजा लगाया जा सकता है कि पर्यटकों की सुरक्षा के साथ कितना बडा खिलवाड किया जा रहा है।
उन्होने ये भी बताया कि अब ये रिपोर्ट हमने डीएम को सौंप दी है ,आगे की कार्यवाही निर्देशनुसार की जायेगी। मौके पर सहायक परिवहन अधिकारी ज्योति शंकर मिश्रा, जिला पर्यटन अधिकारी सोबत सिंह राणा, थानाध्यक्ष मुनी की रैती रवि कुमार सैनी आदि टीम के सदस्य मौजूद रहे।