आये दिन हेली सेवा खबरों की सुर्खिया बन रहा है। कभी ब्लैक टिकटिंग के दंश से यात्रियों को जूझना पड़ता है। तो कभी बुकिंग के बाद भी हेली सेवा के सुखों से वंचित रहना पड़ रहा है। हाल ही में मोरारी बापू की कथा के लिए दो हेलिकॉप्टर लगाने औऱ बाकी ऑपरेटरों की फ्लाइंग के समय को काटने का मुद्दा गरमाया हुआ है। जहां एक ओर आम यात्रियों को हेली सेवा के लिए इंतजार करना पड़ रहा है तो वहीं कथा के लिए आने वाले यात्रियों के लिए राज्य सरकार द्वारा निर्धारित रेट से लगभग दुगने दामों पर हेली कंपनी किराया वसूल रही हैं।
जब हमने इस दुगने दाम वसूले जाने की बात यूकाडा के उपाध्यक्ष डॉ आर.राजेश से पूछी तो उन्होनें बताया कि राज्य सरकार द्वारा कोई रेट नहीं बढ़ाया गया है औऱ जिस रेट को राज्य सरकार ने बाकी सभी ऑपरेटरों के लिए तय किया था उसी रेट पर अतिरिक्त दो हैलिकॉप्टर को भी उड़ाने भरने थी। यानी की यूकाडा औऱ राज्य सरकार के तय किरायों के बावजूद भी ये दोनों हेली ऑपरेटर दुगना किराया वसूल रहे हैं। जिसे आप नीचे गये लिंक पर जाकर देख सकते हैं…
http://www.moraribapu.org/new_2013/ramkatha_schedule_detail_kedarnath.html
हालांकि इसकी शिकायत औऱ ऑपरेटर द्वारा बड़े हुए किराये के साथ भेजी गई जानकारी हैलो उत्तराखंड द्वारा सरकार के प्रवक्ता औऱ शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक को दे दी गई है। जिसके बाद उन्होनें इस मुद्दे पर आज ही जांच के आदेश का आश्वासन दे दिया है। अब देखना होगा कि यूकाडा की अनुमति के बगैर वसूला जा रहा किराये पर यूकाडा अब कितनी जल्दी हरकत में आता है।
औऱ वहीं अनियमिताएं करने वाले ऑपरेटरों को ब्लैक लिस्टेड करने की बात कहने वाली राज्य सरकार इन ऑपरेटरों पर क्या कार्यवाही करती है, इन बड़े सवालों के जवाब उम्मीद है, जल्द मिलेंगे । इसी के साथ ही हमारी नजर भी इस मुद्दे पर लगातार बनी रहेगी।