हल्द्वानी रामनगर में गोलिखाल से रामनगर आ रही बस पर बिजली का तार मौत बन कर गिर गया। जिससे पूरी बस में करंट दौड़ पड़ा। वहीं 3 यात्रियों की झुलस कर मौके पर ही मौत हो गई।
कोतवाल रामनगर विक्रम राठौर ने हैलो उत्तराखंड से बात करते हुए बताया कि हाईटेंशन लाइन (11.केवी) की चपेट में आने से बस में करंट दौड़ पड़ा। जिससे एक बुर्जुग महिला समेत 3 लोगों की मौत हो गई। जबकि बस में 25 यात्री सवार थे।
जानकारी के अनुसार बस गढ़वाल मोटर्स (यूए0123887)की थी। यात्रियों ने अपनी जान बस से कूदकर बचाई ।
हैलो उत्तराखंड न्यूज ने जब पूरे मामले की पड़ताल की तो यह बात सामने आई कि हाईटेंशन लाइनें बिना गार्ड के लगाई गई हैं और मैंटिनेंश ही प्रॉपर नहीं हुई हैं । सोचने वाली बात यह है कि भला इतनी भारी वोल्ट (11.केवी) की तारों को बिना किसी गार्ड के कैसे लगाया जा सकता है? क्या विभाग व सरकार को लोगों की तनिक भी चिंता नहीं?
हालाँकि चीफ इंजिनियर हल्द्वानी हेमंत गुर्गानी का कहना है कि समय-समय पर तारों की मैंटिनेंश का निरीक्षण किया जाता है। उनका कहना यह भी है कि सभी बिजली की तारों पर गार्ड लगे होनें आवश्यक हैं। उनका कहना है कि मामले में जिसकी भी लापरवाही सामने आयेगी उसके विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी।
अब इसे हम विभाग की लापरवाही कहें या सरकार की। लेकिन यह लापरवाही लोगों पर भारी पड़ रही है। जिससे एक ही माह में 6 लोगों की मौत हो गई ।
गौरतलब है कि हाल ही में एक पिता-पुत्री और 15 साल के एक बच्चे की भी मौत बिजली के तार की चपेट में आने से हुई थी। लेकिन शायद ये मौतें विभाग व सरकार के लिए काफी नहीं थी। और आगे न जाने कितनी और मौतें इस लापरवाही के कारण देखने को मिलती हैं।