रूद्रपयाग। पूर्व मुख्यमंत्री व गढ़वाल सांसद बीसी खण्डूड़ी आज रुद्रप्रयाग पहुंचे, जहां उन्होंने जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक ली। जिला पंचायत सभागर में पहुंचे सांसद खण्डूड़ी ने पहले तो कार्यकर्ताओं की बैठक ली जिसमें कार्यकर्ताओं द्वारा सांसद निधि के तहत कार्यकर्ताओं द्वारा भेजी गयी योजनाओं को सम्मिलित ना किये जाने का मुद्दा उठा।
सांसद ने साफ कहा कि योजनाओं के काटने व छांटने का काम भाजपा का जिलाध्यक्ष करता है, मेरे पास जो योजनाऐं आती हैं मैं सीधे दस्तखत कर उन्हें अनुमोदन के लिए भेजता हूं। बैठक के बाद सांसद ने जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। जिसमें सांसद ने विकास कार्यों की धीमी रफ्तार पर अधिकारियों को जमकर लताड़ भी लगाई। हालांकि निगरानी समिति की महत्वपूर्ण बैठक में मीडिया को बाहर रखा गया।
सूत्रों की मानें तो अधिकारियों की लापरवाही छुपाने के लिए ही बंद कमरे में बैठक ली गयी। भले ही बैठक के बाद सांसद खण्डूडी ने मीडिया से बातचीत की, मगर सरकारी स्तर पर योजनाओं के क्रियान्वयन व भौतिक प्रगति के सवालों को सांसद महज राजनैतिक रुप से टालते रहे। लोकायुक्त बिल पर खंडूड़ी ने कहा कि व्यक्तिगत तौर पर उन्हें बड़ा कष्ट होता है। उनका कहना था कि उनके कार्यकाल में देश का यह अकेला बिल है जिसको राष्ट्रपति ने भी मंजूरी दी है। उन्होंने इसका ठीकरा कांग्रेसके सिर फोड़ा और कहा कि लोकायुक्त बिल राजनैतिक कारणों से लागू नहीं हो पाया।
प्रेस ब्रीफिंग के बाद सांसद ने करीब 25 करोड़ 82 लाख रुपये की योजनाओं का लोकार्पण किया जबकि 18 करोड 42 लाख रुपये की योजनाओं का शिलान्यास किया। इस मौके पर उच्च शिक्ष राज्य मंत्री धनसिंह रावत, विधायक भरत चैधरी, मनोज रावत, महेन्द्र भटट, समेत जिला स्तरीय अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।