देहरादून: राज्य निर्माण के लिए अपनी जान की आहुति देने वाले राज्यआन्दोलनकारियों को आज मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मसूरी झूला घर पहुँच मसूरी गोलीकांड की बरसी में शहीदो को नम आँखों से श्रद्धासुमन अर्पित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड को बनाने में मातृ शक्ति का बहुत बड़ा योगदान और मातृ शक्ति एवं शहीदों के बलिदान को कभी नहीं भूलाया जा सकता।
अपने संबोधन के दौरांन सीएम ने आंदोलनकारियों के सपने के अनुरुप करेगी उत्तराखंड का विकास करने की बात कही है। साथ ही कहा की सरकार उत्तराखंड के 13 ज़िले को 13 पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने की दिशा में काम कर रही है।
उत्तराखंड के अलग वजूद की चाहत रखने वाले हमारे उत्तराखंडी जाबाजो ने 90 के दशक में जो लड़ाई लड़ी है वो हर उत्तराखंडी हमेशा याद रखेगा। अपनी जान की बाजी लगाकर उत्तरप्रदेश से उत्तराखंड को अलग कर वीरों ने एक नया राज्य स्थापित किया।
आन्दोलन के दौरान आन्दोलनकारियों की छाती को गोलियों ने तो चीर दिया लेकिन ये गोलिया किसी के आत्मविश्वास और हौसले को डिगा नही पाई जिसके फलस्वरूप हमें उत्तराखंड राज्य मिला है।
2 सितंबर 1994 को मसूरी में राज्य निर्माण की लड़ाई लड़ रहे निहत्थे राज्य आंदोलनकारियों पर बर्बरता से गोलियां दागी गई थी। जिसमें 6 राज्यआंदोलनकारी शहीद हुए थे।