पिछले करीब तीन दसको से अलगाववादी नेताओं ने कश्मीर को स्वर्ग से नरक बनाने में कोई कसर नही छोड़ी है, लेकिन इन अलगाववादी नेताओं के खिलाफ मानो करवाई केवल नाम मात्र की हो रही थी।
अब कई दशको के लंबे इन्तजार के बाद मनी लॉन्ड्रिंग मामले के आरोपियों की गिरफ्तारी में तेजी आई है। टेरर फंडिंग मामले में हुर्रियत के सात नेताओं की गिरफ्तारी के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अलगावादी नेता शब्बीर शाह को देर रात श्रीनगर से गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ ही तीन और बड़े नेता यासिन मलिक, मीरवाइज उमर फारूख और सयैद अली शाह गिलानी को नजरबंद कर लिया गया है।
मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी शाह को आज दिल्ली लाने के बाद अदालत में पेश किया जाएगा। वहीं सोमवार को गिरफ्तार सातों अलगाववादी नेताओं को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने 10 दिन की एनआईए रिमांड पर भेज दिया है।
शाह की गिरफ्तारी एक दशक पुराने मनी लॉन्ड्रिंग केस में हुई है। दरअसल,शब्बीर शाह के खिलाफ इसी महीने गैर जमानती वारंट जारी किया गया था।
अलगाववादी नेताओं की दिल्ली सहित देश के अलग-अलग हिस्सों में मौजूद संपत्तियों पर भी जांच एजेंसियों की निगाह है। होटल, दुकान और शापिंग मॉल के अलावा कई अन्य तरीकों से किए गए उनके निवेश की जांच भी की जा रही है।
पकड़े गए नेताओं से भी यह जानने का प्रयास होगा कि हुर्रियत के अलग-अलग धड़ों के नेताओं की कमाई के स्रोत क्या हैं।