जिस देश में एक मामूली सुरक्षाकर्मी भी अपनी शान में किसी बोझे को सहन नहीं करता है। वहीं उसी देश में एक शख्स ऐसा भी है जो न सिर्फ अपने बोझे को स्वयं उठा रहा है बल्कि राष्ट्र की सुरक्षा जिम्मेदारियों को भी अपने कंधो पर बखूबी संभाल रहा है।
उत्तराखंड का लाल औऱ देश का सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल आज उन सभी अधिकारियों के लिए एक मिसाल बन गये हैं, जो अपने पद और कद के आगे स्वयं अपने समान को भी उठाने से कतराते हैं। देश के उन जनसेवकों को हर दम एक सेवक की आवश्यकता होती है।
जीवन भर देश के लिए अनगीनत शौर्यपूर्ण कार्य करने वाले अजीत डोभाल आज देश की सुरक्षा में सबसे विश्वसनीय नाम बन गये हैं। उनकी इस कार्यकुशलता और सादगी से जहां पूरा देश प्रभावित है तो वहीं उत्तराखंड भी अपने इस बेटे पर गर्व कर रहा है। पूरे देश की ब्यूरोक्रेसी को अजीत डोबाल से बहुत कुछ सीखना चाहिए ।
उन्हें सीखना चाहिए कि किस तरह से पॉवर सेंटर होने के बावजूद भी सरल और साधारण जीवन जिया जा सकता है। हमारा मानना है कि जिस दिन भारत देश का किसी भी जिम्मेदार पद पर बैठा हर व्यक्ति अजीत डोभाल हो जाएगा तो शायद देश की तस्वीर और तकदीर दोनों को बदलने में ज्यादा समय नहीं लगेगा।