देहरादून: भारतीय फिल्मों और टीवी पर अक्सर ‘गोरे साहब’ की भूमिका निभाने वाले और पद्म सम्मान पा चुके मशहूर अभिनेता टॉम ऑल्टर का शुक्रवार को मुंबई स्थित आवास में कल देर रात निधन हो गया। मसूरी निवासी अल्टर कैंसर से पीड़ित थे और मुंबई के एक हॉस्पिटल में ही उनका इलाज चल रहा था। टॉम के निधन से मसूरी में और बॉलीबुड में शोक की लहर है।
67 वर्षीय टॉम अल्टर ने फिल्मों की शुरुआत चरस फिल्म से की थी जो 1976 में रिलीज हुई थी। उनकी कुछ बेहद पसंद की गई फिल्मों में ‘आशिकी’, ‘परिंदा’ ‘सरदार पटेल’ और ‘गांधी’ शामिल हैं। टेलीविजन की दुनिया में आॅल्टर ने ‘भारत एक खोज’ से ले कर ‘शक्तिमान’ तक में काम किया। अल्टर ने 300 से ज्यादा फिल्मों और कई टीवी शो में काम किया था। साथ ही उन्होंने तीन किताबें भी लिखी थीं। टॉम अल्टर ने 10 साल न्यूज पेपर्स में क्रिकेट से जुड़े कई आर्टिकल्स भी लिखे। साथ ही 1988 में सचिन तेंदुलकर का टीवी इंटरव्यू करने वाले टॉम पहले शख्स थे।
अमेरिकन मूल के टॉम 22 जून, 1950 को मसूरी (तब उत्तर प्रदेश) में पैदा हुए थे। आल्टर अपने पीछे पत्नी कैरोल इवान्स, पुत्र जैमी अल्टर, पुत्री अफशां को छोड़ गए।
टॉम कैंसर की चौथी स्टेज पर थे। सितंबर में उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। 28 सितंबर (गुरुवार) को वह घर वापिस आ गए थे और शुक्रवार को उन्हें सांस लेने में दिक्कत हुई। वह हमेशा यही कहते थे कि मैं इससे बाहर आ जाऊंगा। पिछले साल उनके हाथ का एक अंगूठा काटना पड़ा था।
राज्यपाल डॉ कृष्ण कांत पाल ने प्रसिद्ध अभिनेता व थियेटरकर्मी टॉम ऑल्टर के निधन पर शोक व्यक्त किया है। राज्यपाल ने दिवंगत आत्मा की शांति की ईश्वर से प्रार्थना करते हुए कहा है कि टॉम ऑल्टर का निधन अभिनय क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति है।