जनता की समस्याओं को देखते हुए सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जहां विधानसभा में सभी मंत्रिगणों को हर बुधवार और वृहस्पतिवार को मौजूद रहने का आदेश दिया है, वहीं एक बार फिर सीएम ने एक और एतिहासिक फैसला लिया है। जिससे जनता की समस्याओं का जल्द से जल्द निपटारा होने की उम्मीद है।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने बताया कि जनता की समस्याओं का समय पर समाधान नहीं हो पा रहा था। जिस बाबत मैंने सीएम को एक चिठ्ठी भेजी, जिसमें प्रदेश कार्यालय में भी सातों दिन जनता की समस्याओं को सुनने के लिए मंत्रियों के बैठने का प्रस्ताव भेजा। जिस पर सीएम ने तुरत ही इस प्रक्रिया को लागू करने का आदेश दिया और सभी सातों मंत्रियों को एक-एक दिन कार्यालय में बैठने का आदेश दिया। उन्होंने बताया कि रविवार को राज्य मंत्री रेखा आर्य प्रदेश कार्यालय में बैठेंगी, और यदि कोई मंत्री अनुपस्थित रहेगा तो कैबिनेट मंत्री अरविंद पाण्डेय और शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक उस दिन कार्यालय में बैठेंगें।
भले ही पूर्ववर्ती सरकारों से ही उत्तराखंड में रीत चली आ रही है ”जनता दरबार” की लेकिन वो भी मनसूबों के अनुरूप सफल न हो सका, लेकिन अब देखना होगा कि अजय भट्ट की यह पहल कायम हो पाती है या नहीं? या फिर यह एतिहासिक फैसला भी केवल कहने मात्र तक ही सीमित रह जायेगा? फिलहाल यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।