रुद्रप्रयाग: केदारनाथ के कपाट बंद होने से पहले भगवान के रक्षपाल बाबा भैरब नाथ के कपाट शीतकाल में अगले 6 माह के लिये बन्द कर दिए जाते हैं। कपट बन्द होने के साथ ही बाबा केदारनाथ के कपाट बंद होने की प्रक्रिया भी शुरू हो जाती है।
मान्यता है की कपाट बंद होने से पहले पड़ने वाले मंगलवार या शनिवार को ही कपाट बंद होते है और यही प्रक्रिया कपाट खुलते समय भी होती है। माना जाता है कि कपाट बंद होने के बाद केदार पूरी की रक्षा बाबा भैरब के जिम्मे होती है और इस दौरान शीतकाल में 6 माह तक देवता बाबा की पूजा करते हैं।
इसी प्रक्रिया के तहत आज केदारनाथ स्थिति भैरब बाबा के कपाट बंद कर दिए गए हैं।