नई दिल्ली। पद्मिनी कोल्हापुरे बॉलीवुड की उन एक्ट्रेस में से हैं जिन्होंने कम उम्र में चकाचैंध भरी दुनिया में कदम रखा था और कामयाबी की बुलंदियों को छूकर आगे बढ़ती गई। 1 नवंबर, 1965 को जन्मीं पद्मिनी कोल्हापुरे आज 53 साल की हो गई हैं। उन्होंने बचपन से ही फिल्मों में गायकी शुरू कर दी थी। एक दौर था जब कि फिल्मों में उनकी मासूमियत किरदार को देखने के लिए सिनेमा हाॅल में घंटों लाइन लगी रहती थी।
15 साल की बाली उम्र में उन्होंने कुछ ऐसी फिल्में कर डालीं जो उनकी उम्र से कहीं आगे थीं। सन 1976 उनकी फिल्म ‘इंसाफ का तराज़ू में उनका रेप सीन काफी लंबा चला जिसको लेकर उस दौर में काफी विवाद हुआ था, उसके बावजूद सिनेमाघरों में उनकी फिल्म देखने के लिए लाइन लग गई थी।
वो अपनी गायकी के लिए भी बेहद चर्चित रहीं। उन्होंने ‘यादों की बारात’ फिल्म में कोरस में गाया था। इसके बाद भी कई फिल्मों में उनकी आवाज सुनाई दी थीं। उनका चेहरा बहुत ही मासूम था, जिस वजह से फिल्म डायरेक्टरों की नजर उन पर पड़ी और उन्होंने उन्हें बाल कलाकार के तौर पर फिल्मों में लिया।
बालपन से ही उनके हाथ बोल्ड और संवेदनशील रोल हाथ आए। बेशक पद्मिनी कोल्हापुरे ने अपने करियर के शुरू में बोल्ड विषयों के साथ बॉलीवुड में कदम रखा लेकिन उन्होंने विषयों की गंभीरता और उसमें सहेजे गए मैसेज को पकड़े रख। इसी वजह से बोल्डनेस के बावजूद उनकी फिल्में हिट होती गईं और उनके रोल यादगार बनते गए।