बीते रोज प्रशांत भूषण ने ट्वीट किया था कि, रोमियो ने तो केवल एक से प्यार किया था जबकि भगवान कृष्ण तो लड़कियों को छेड़ने के लिए मशहूर थे। क्या यूपी के सीएम आदित्य नाथ के अंदर हिम्मत है कि वो एंटी रोमियो स्क्वैड को एंटी कृष्ण स्क्वैड कहेंगे? जिसके बाद देहरादून में उत्तराखंड हिन्दू सुरक्षा समिति ने कड़ा विरोध दर्ज कराया है.
समिति अध्यक्ष हितेश भारद्वाज ने कहा कि श्रीकृष्ण सभी धर्मों के आराध्य हैं. इस बयान पर प्रशांत भूषण के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, यही नहीं सुप्रीम कोर्ट से प्रशांत भूषण की सदस्यता रद्द की जानी चाहिए औऱ उ मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेजा जाना चाहिए। हालाकिं सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत भूषण ने भगवान कृष्ण पर अपने विवादित ट्वीट के लिए सफाई दी है। प्रशांत भूषण ने कहा है कि उनके ट्वीट को गलत अर्थ में पेश किया गया, और वे सिर्फ ये कहना चाहते थे कि रोमियो ब्रिगेड के तर्क के मुताबिक भगवान कृष्ण भी छेड़छाड़ करने वाले प्रतीत होंगे। प्रशांत भूषण ने ट्वीट किया, ‘ हम लोग ये सुनते हुए बड़े हुए हैं कि कृष्ण अपने युवावस्था में गोपियों को छेड़ते थे, रोमियो स्क्वैड का तर्क तो इसको भी जुर्म बना देगा, मेरा मतलब किसी की भावनाओं को चोट पहुंचाना नहीं था।