पुलिस महानिदेशक एम0ए0गणपति ने आज पुलिस लाईन देहरादून में दो दिवसीय खेल विज्ञान कार्यशाला का शुभारम्भ किया गया ।

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पुलिस महानिदेशक एम0ए0गणपति ने आज पुलिस लाईन देहरादून में दो दिवसीय खेल विज्ञान कार्यशाला का शुभारम्भ किया गया । 2 Hello Uttarakhand News »

देहरादून

 राजधानी में आज से दो दिवसीय खेल विज्ञानं  शुभारंभ पुलिस महानिदेशक एम ऐ गणपति ने पुलिस लाइन  में किया।  इस दौरान अपने संबोधन में  ए.डी.जी. (प्रशा.)/सचिव उत्तराखंड पुलिस स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड अशोक कुमार ने अपने सम्बोधन में कहा कि विभिन्न राष्ट्रीय/अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता मे भारतीय खिलाड़ियों को खेल विज्ञान के अनुसार आवश्यक प्रशिक्षण/जानकारी का अभाव होने का कारण अपेक्षित सफलता नहीं मिल पाती है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य के इतिहास में कुशल खिलाड़ियों के लिए यह पहली खेल विज्ञान कार्यशाला है जिसमें विभिन्न ख्याति प्राप्त संस्थानों के खेल विशेषज्ञों द्वारा Sport fitness, Nutrition, Physiotherapy, Psychology, Anti doping, Biomechanics आदि के सम्बन्ध में खिलाड़ियों को महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की जायेगी। उन्होने बताया की कार्यशाला का उद्देश्यSport injury के उपचार/बचाव, खेल मनोविज्ञान, Anti dopingके प्रविधानों के बारे में विस्तार से खिलाड़ियों को जागरूक करना एवं उनकी दक्षता को बढ़ाना है।

                जी.एल. खन्ना पूर्व प्रोफेसर N.I.S , Dean, Faculty of Applied Science, Dean, Manager Rachna sports Science Center, Core Member Olympic Task Force ने एक प्रस्तुतिकरण के माध्यम से खेलों मे Sport Science के महत्व व भूमिका के बारे में विस्तार से बताया कि आज के समय में खेलों में वेज्ञानिक आधार बनाना ही पड़ेगा तथा इसको खेलों में साथ लेकर चलना पड़ेगा।

                  डॉ. ग्रान्ट जेम्स वाटर्स (from South Africa) मानव रचना, स्पोटर्स साइन्स सेन्टर फरीदाबाद ने बताया कि बायोमकेनिक्स किस तरह से खेलों में फायदेमंद है। किस तरह कोर-स्टेच व सेन्ट्रल ग्रेविटी को सही मेन्टेन करने से आप अपना प्रर्दशन सही कर सकते है।

                     डॉ. एस. सी. नेगी, N.I.S पटियाला (पूर्व प्रधानाचार्य महारणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज) द्वारा खिलाड़ियों के फिटनेस के बारे में विशेष जानकारी दी गयी। कार्यक्रम के अंत में

 पुलिस महानिदेशक  एम.ए. गणपति ने पुलिस बल में खेल की आवश्यकता के बारे में कहा कि इससे पुलिस बल में फिटनेस की संस्कृति, नेत्तृत्व क्षमता का विकास होने के साथ-साथ खिलाड़ियों के अच्छे प्रदर्शन पर फोर्स का मनोबल ऊँचा होता है। उन्होंने कहा की पूर्व में केवल खिलाड़ी के व्यक्तिगत कौशल पर उसका प्रदर्शन आधारित होता था परन्तु अब माहौल बदल गया है, केवल व्यक्तिगत कौशल के आधार पर ही राष्ट्रीय/अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताओं मे सफलता प्राप्त नहीं की जा सकती। आज युग मेंSport Science की सहायता से एक खिलाड़ी को उसके उच्चतम स्तर तक पहुँचाया जा सकता है। उन्होंने उपस्थित खिलाड़ियों से कहा कि इस दो दिवसीय कार्यशाला के दौरान विभिन्न खेल विशेषज्ञों द्वारा दी जाने वाली जानकारियों को ध्यान से सुनें तथा अपनी शंकाओं के सम्बन्ध में उनसे प्रश्न भी पूछे। उन्होने आशा व्यक्त की कि इस कार्यशाला का हमारे खिलाड़ियों को काफी लाभ मिलेगा तथा वह विभिन्न राष्ट्रीय/अन्तराष्ट्रीय प्रतियोगीताओं में उच्च प्रदर्शन कर राज्य पुलिस का गौरव बढ़ायेंगे।

   उमाकान्त पंवार प्रमुख सचिव गृह, उत्तराखण्ड शासन भी आज सांय खेल विज्ञान कार्यशाला में उपस्थित हुये तथा डॉ0 सुनील पुरोहित, एनआईएस, पटियाला केOptimum Nutrition and hydration to Enhance Sporting Performance Session में प्रतिभाग किया।इस अवसर पर अशोक कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, प्रशासन/सचिव उत्तराखण्ड  पुलिस स्पोर्ट कन्ट्रोल बोर्ड,  राम सिंह मीणा, अपर पुलिस महानिदेशक,अपराध एवं कानून व्यवस्था, वरिष्ठ पुलिस अधीकारीगण, प्रोफेसर जी0एल0 खन्ना, सदस्य ओलम्पिक टास्क फोर्स, खेल मंत्रालय भारत सरकार, डा0 ग्रान्ट जेम्स वाटर्स, मानव रचना,स्पोटर्स साइन्स सेन्टर फरीदाबाद, डा0 एस0सी0 नेगी, एन0आई0एस0 पटियाला, विभिन्न खेल संघों के पदाधिकारी, राज्य पुलिस के 30 खेल कोच, 300 खिलाड़ी उपस्थित रहे। कार्यशाला का संचालन श्रीमती निवेदिता कुकरेती कुमार सहायक पुलिस महानिरिक्षक, प्रशिक्षण द्वारा किया गया।

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