पिटकुल में हुए ट्रांसफार्मर घोटाले में क्रय अनुवंद अधिकारी अधिकारी अनिल कुमार यादव ने पिटकुल के परियोजना अधिकारी के पद पर अपनी दावेदारी ठोकते हुए हाई कोर्ट से गुहार लगाई है कि पिटकुल के परियोजना अधिकारी के रिक्त पद के लिए निर्धारित किए गए नाम का रिजल्ट विभाग प्रकाशित करे।
दरअसल उत्तराखण्ड देहरादून पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन में काफी लंबे समय से खाली पड़े परियोजना अधिकारी पद के लिए अनिल कुमार यादव ने पिटकुल में इंटरव्यू दिया था। जिससे उनको लग रहा है कि उनका ही नाम इस पद के लिए चुना गया है। लेकिन उन्हें डर भी सता रहा है कि कहीं उनकी जगह किसी अन्य को यह पद भार न सौंप दिया जाए, क्यूंकि वो पहले ही पिटकुल में चीफ इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं।
ऐसे में उन्होंने हाई कोर्ट से गुहार लगाई है कि पिटकुल के प्रमुख सचिव उत्तराखंड शासन ,प्रधान सचिव (ऊर्जा)/अध्यक्ष पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन (पिटकुल), एमडी पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन (पिटकुल), निदेशक (मानव संसाधन) पिटकुल व निदेशक (संचालन) इस बाबत उक्त पद के लिए निर्धारित किए गए नाम का रिजल्ट सात दिनों मे घोषित करें।
साथ ही उन्होंने कोर्ट से प्रार्थना की है कि इस पद के लिए निर्धारित किए गए नाम को रि एडवरटाइज ना किया जाए।
उन्होंने हाई कोर्ट से अपील की है कि जिस प्रकार पिटकुल एम.डी और डायरैक्टर (संचालन) की नियुक्ति हुई हैं और जिस प्रकार उनका नाम डिकलैयर किया गया उसी प्रकार इस पद के लिए चयनित किया गया नाम भी डिकलियर किया जाए।
गौरतलब है कि अनिल कुमार का कई मामलों में सम्लित होने के चलते मुख्यमंत्री ने अनिल यादव की तैनाती पर रोक लगा दी है। हालाँकि इस मामले पर हाई कोर्ट आगामी 24 जुलाई को अपना फैसला सुनाएगा। अब देखना होगा कि कोर्ट क्या फैसला सुनाता है।