सुबह से हो रही मुसलाधार बारिश से राजधानी देहरादून के हर कौने में बारिश का पानी इकठ्ठा हो गया है जिसके चलते पूरी राजधानी समुद्र में तब्दील हो गई है। नालों के पानी के बढते जलस्तर से नदी-नाले उफान पर आ गये है। धर्मपुर,नेहरु कॉलोनी, डालनवाला, बंजरावाला समेत कई जगहों पर नालों का पानी लोगो के घर में घुस गया है
कई लोगो के घर में पानी, खालो में जल-श्रोत कि वृद्धि कि वजह से भरा है। तो कई लोगो के घर में पानी नालियों कि सफाई और मरमत के आभाव के चलते भर गया है। वही सडको पर लंबे-लंबे जाम लगे हुए है, पुरे शहर कि यातायात व्यवस्था चौपट हो गई है।
इन सब के बीच में ये सवाल उठता है कि हर साल नालों कि सफाई का दावा करने वाला नगरनिगम आखिर मानसून आने से पहले करता क्या है?
हर बारिश में नालों में बहने वाला पानी सडको में बहने लगता है और जलभराव कि स्थिति उत्पन्न हो जाती है। लगता है नगर-निगम इन सब का आदि हो चला है। इसलिए तो हर साल बड़े-बड़े दावे तो कर देता है लेकिन जब दावों कि पोल चोक नाले खोल देते है तो नगर निगम आँख मुंधे बैठ जाता है। न जाने कब तक नगर निगम अपने इसी चाल और हाल में रहेगा और न जाने कितने लोगो को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।