गांधी जी का यही इरादा, स्वच्छ हो देश हमारा…
जी हां इसी इरादे से हमारे देश के प्रधानमंत्री मोदी भी देश को स्वच्छ बनाने में सहयोग मांग रहे हैं और स्वच्छता की एक अलख भी जगाए हुए हैं। लेकिन एक तरफ जहां पीएम मोदी स्वच्छता और शौचालय युक्त भारत बनाने का मिशन लिए हुए हैं वहीँ सरकारी कॉम्प्लेक्सों के क्या हाल हैं उसका हम आपको एक उदाहरण दिखाते हैं…
देहरादून के नगर निगम कॉम्प्लेक्स में हमें इसकी बानगी देखने को मिली। दरअसल नगर निगम देहरादून में गांधी जी के स्वच्छ भारत मिशन के तहत उन्हीं की जयंती पर राज्यपाल के.के पॉल के द्वारा नगर निगम कॉम्प्लेक्स में सुलभ शौचालय की नींव मेयर विनोद चमोली की मौजूदगी में तो रखी गई, लेकिन हाल यह हैं कि यहां पर डेढ़ माह से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी शौचालय बनाना तो दूर, यहां पर निर्माण कार्य की एक सामग्री तक भी अभी तक नहीं जुटाई गई है।
वीडियो में देखें क्या कहा मेयर ने इस मामले में …..
उक्त वीडियो में और मेयर द्वारा दिए गए बयान में सोचने वाली बात यह है कि जब राज्यपाल द्वारा मेयर की मौजूदगी में ही शौचालय की नींव रखी गई तो आखिर कैसे यह बात मेयर के संज्ञान में नहीं आई? और यह मामला तो पहले ही मेयर के संज्ञान में होना चाहिए था, क्यूंकि इस शौचालय की नींव खुद मेयर के सामने रखी गई थी।
क्या निगम व मेयर यह भूल गए थे कि नीव रखने के बाद निर्माण कार्य भी करवाना होता है ?
हैरत कर देने वाली बात तो यह है कि जिस काम की शुरुआत प्रदेश के राज्यपाल द्वारा की गई हो यदि उसी निर्माण कार्य की स्थिति यह है तो फिर उन दूर-दराज के गांवों का क्या हाल होगा?