देहरादून/उत्तरकाशीः बीजेपी राज में भ्रष्टाचार का एक ऐसा मामला सामने आया है। जिसने ग्राम प्रधान से लेकर अभियंता तक की पोल खोल दी है।
मामला उत्तरकाशी के डुंडा क्षेत्र का है जहां सड़क निर्माण विभाग और ग्राम प्रधान की मिलीभगत का मामला सामने आया है। आर्श्चय की बात तो यह रही कि जिन लोगों ने मिली भगत कर सड़क गुणवत्ता में भ्रष्टाचार किया वो ही जमकर एक दूसरे के खिलाफ बोलने लगे और एक दूसरे की पोल-पट्टी एसडीएम के सामने ही खोल डाली।
वीडियो में आप साफ देख सकते हैं कि सड़क निर्माण जांच टीम के समक्ष ही विभाग के अवर अभियंता ने प्रधान पर आरोप जड़ दिए और कहा कि आज जो गुणवत्ता की बात कर रहे हैं उन्होंने सड़क की गुणतत्ता की बात तो तब नहीं की जब प्रधान के घर पर दनादन सीमेंट के बैग भिजवाए गए। वहीं अपने उपर आरोप लगने के बाद प्रधान ने भी अवर अभियंता को हटाने की मांग की।
वहीं ग्रामीणों ने अभियंता और प्रधान के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की मांग की है । एसडीएम् डुंडा गौरव असवाल ने हैलो उत्तराखंड से बात करते हुए बताया कि सीमेंट के बैगों के मामले में जांच चल रही है और जहाँ तक सड़क की बात है सड़क ठीक करने के लिए अवर अभियंता ने एक माह का समय माँगा है।
भले ही हमारे सामने यह मामला उजागर हो गया हो कि आखिर सड़क के इतने बुरे हाल क्यों और कैसे हैं, लेकिन सोचने वाली बात यह है कि आखिर क्यूँ सरकारी लोग गाँव के भोले-भाले लोगों को चकमा देकर भ्रष्टाचार को अंजाम देते हैं और क्यूँ गाँव का भला करने वाला प्रधान ही इनके साथ मिलकर इनके साथ छलावा करता है।