स्पेन: दुनिया के नक़्शे में अब एक और देश ने अपनी जगह बना ली है। और इस देश की घोषणा स्पेन के कैटेलियन क्षेत्र के लोगों ने खुद ही की है जो स्पेन से अलग हो कर कैटेलियन के रूप में उभरा है। हालाँकि स्पेन की सरकार ने इस अलग देश को मान्यता नहीं दी है।
स्पेन के कैटेलियन क्षेत्र की स्थानीय संसद ने कल आजादी और खुद के एक गणराज्य के तौर पर अस्तित्व में आने की घोषणा करते हुए इससे जुड़े प्रस्ताव को पारित कर दिया। आजादी की घोषणा वाले प्रस्ताव के पक्ष में 70 वोट आए, जबकि विपक्ष में 10 वोट पड़े। दो सदस्य मतदान से अनुपस्थित रहे। कैटेलोनिया की 135 सदस्यीय संसद में मतदान से पहले विपक्षी सांसद वाकआउट कर गए। विपक्षी सदस्यों का कहना था कि इस घोषणा को स्पेन और विदेश से आधिकारिक मान्यता मिलने की संभावना नहीं है।
इसी के साथ स्पेन से अगल होकर नया देश कैटेलोनिया बना लेकिन स्पेस ने इसे मान्यता देने से इंकार कर दिया है। अपने 40 साल के सबसे बड़े संवैधानिक संकट को देखते हुए स्पेन की संसद ने अपने संविधान का आर्टिकल 155 इस्तेमाल किया है। इस आर्टिकल के तहत स्पेन की एकता पर संकट को देखते हुए देश के कैटेलोनिया क्षेत्र की स्वायत्तता खत्म कर दी गई है।
स्पेन के प्रधानमंत्री मरिआनो रजोय ने कहा उन्होंने कातालूनीया की संसद भंग कर दी है और 21 दिसंबर को क्षेत्रीय चुनाव होंगे। उन्होंने कैटेलोनिया में अलगाववादी आंदोलन को रोकने के लिए सीनेट की ओर से दिए गए अधिकारों के तहत ऐसा किया।
बता दें, स्पेन के दूसरे सबसे बड़े राज्य कैटेलोनिया में हिंसा के बीच हुए जनमत संग्रह में 90 प्रतिशत लोगों ने स्पेन से अलग होने के लिए वोट किया था। 75 लाख की आबादी वाले राज्य में लगभग 40 प्रतिशत लोगों ने जनमत संग्रह में भाग लिया। यहां 53 लाख रजिस्टर्ड वोटर्स हैं। कैटेलोनिया सरकार के प्रवक्ता जोर्डी टुरुल ने बताया कि लगभग 22 लाख मतों की गणना की गई, जिसमें करीब 20 लाख मत स्पेन से अलग होने के पक्ष में पड़े।