भारतवर्ष ऋषियों की तपोभूमि है। यहां अनेको महान ऋषियों ने तप किया और देवों के दर्शन किए। लोगों की सेवा भी की। लेकिन यह प्रथा सतयुग तक तो सही चलती आई लेकिन कलयुग में कई ऐसे बाबाओं ने घिनौने काम किए हैं कि उनको बयां करना भी अपराध ही लगता है।
हमारे देश में लोग देवी-देवताओं पर अटूट विश्वास रखते हैं और अपने आप को देवताओं के दूत मानने वाले बाबाओं के चरणों में ही अपना जीवन व्यतीत करते हैं। लेकिन कुछ बाबाओं ने उनकी इस आस्था को ही उनकी कमजोरी बनाना शुरू कर दिया और ऐसा मायाजाल बिछाया कि अपने ही भक्तों को लूटना शुरू कर दिया। भारत वर्ष में ऐसे ही कई बाबा हैं जिन्होंने अपने ही भक्तों से बलात्कार किया।
आज हम आपको भारत भर के ऐसे ही बाबाओं से मिलवाने जा रहे हैं जिन पर बलात्कार के आरोप लगे हैं और इस बाबत कई जेल की सलाखों के पीछे हैं।
नित्यानंद स्वामी:-
साल 2010 में स्वामी नित्यानंद के खिलाफ धोखाधड़ी और अश्लीलता के मामले दर्ज हुए थे, उनकी कथित सेक्स सीडी भी सामने आई। उन्हें एक अभिनेत्री के साथ शाररिक संबंध बनाते हुए भी दिखाया गया था।
जिसे फॉरेंसिक लैब में जांच करवाया गया तो सीडी को सही पाया गया, लेकिन नित्यानंद के आश्रम ने उस सीडी की अमेरिकी लैब की रिर्पोट पेश की। जिसमें सीडी से छेड़छाड़ की बात सामने आई। वहीं इस मामले में नित्यानंद को गिरफ्तार तो कर लिया गया लेकिन वो कुछ दिन बाद जेल से बाहर आ गए। इसके अलावा उनके बैंगलुरू में स्थित आश्रम में छापेमारी की गई तो कई आपत्तिजनक सामान भी बरामद हुआ था।
आसाराम बापूः-
आसाराम बापू पर 2013 में एक नाबालिक लड़की से रेप करने का आरोप लगा। आसाराम पर आशीर्वाद देने के बहाने भक्तों से छेड़छाड़ और कई महिलाओं से यौन शोषण का आरोप है। आसाराम बापू तब पकड़ में आए जब नाबालिक लड़की से रेप की घटना सामने आई जिसके बाद आसाराम बापू यौन शोषण के मामले में 2013 से जोधपुर जेल में बंद हैं।
स्वामी सदाचारीः-
एक जमाने में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और कई बड़े दिग्गज राजनेताओं के गुरू स्वामी सदाचारी पर वैश्यालय चलाने का आरोप लगा जिसके बाद उनको गिरफ्तार किया गया था।
स्वामी प्रेमानंदः-
प्रेमानंद उन बाबाओं में शामिल हैं जिनको काफी प्रसिद्धि मिली। उन्हें13 लड़कियों से बलात्कार करने का दोषी पाया गया है।
श्रीमूरत द्विवेदीः-
श्रीमूरत बाबा पर अपने ही आश्रम में सेक्स रैकेट चलाने का आरोप लगा था। जिसके बाद इनको भी जेल की हवा खानी पड़ी वहीं इन बाबा को इच्छाधारी संत स्वामी भीमानंद को महाराज चित्रकूट वाले नाम से भी जाना जाता है।
हमारे देश और देश वासियों का दुर्भाग्य रहा है कि इन ढोंगी साधु-संतों और बाबाओं ने हमारे देश की नारियों की आबरू को लूटा है। लेकिन हम इन्हीं बाबाओं को भगवान का दर्जा दे देते हैं जिनके समर्थन में आकर हम देश में अशांति का माहौल पैदा करते हैं और उस जघन्य अपराध करने वालों का संरक्षण करते हैं। उन्हें फर्क नहीं पड़ता कि वह साधू उनकी बहन-बेटी और मां की अस्मिता को लूटे। अगर फर्क पड़ता तो आज दुनिया यूं इन ढोंगी – पाखंडियों के पीछे यूं पागल न होती!
हाल ही में ऐसे ही मामला बाबा राम रहीम के रूप में सामने आया है जिन पर साध्वी के साथ बलात्कार का आरोप लगा था, जो सीबीआई के विशेष कोर्ट में सिद्ध भी हो गया। कोर्ट द्वारा लिए गए इस फैसले के बाद जो तांडव बाबा के समर्थकों ने मचाया उसका गवाह पूरा देश है। धर्म और धर्म समर्थक होने के नाम पर ऐसी अराजकता फ़ैलाना कहाँ तक जायज है….