शिक्षिका की जागरुकता की बदौलत बड़ी अनहोनी टल गई है। आरोप है कि चालक ने बदनीयती से उन्हें बल्लूपुर चौक उतारने के बजाए बस दौड़ा दी। चिल्लाने पर भी बस नहीं रुकी तो शिक्षिका ने पुलिस से मोबाइल पर बात होने का डर दिखाया, तब जाकर चालक ने बस रोकी।
पीड़िता ने ट्वीट कर अपनी पीड़ा सीएम से साझा की तो सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिला एसएसपी को कार्रवाई के निर्देश दिए। पुलिस आरोपी चालक और परिचालक की तलाश में जुट गई है।
प्रेमनगर और देहरादून मार्ग पर दून निवासी एक शिक्षिका के साथ सिटी बस में हुई घटना से दून में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं। पीड़ित शिक्षिका ने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को ट्वीट कर तीन दिसंबर को अपने साथ हुई अनहोनी का विस्तार से हवाला दिया। बताया कि वाक्या शाम साढ़े छह बजे के करीब का है।
वह प्रेमनगर से बल्लूपुर चौक के लिए सिटी बस में सवार हुई थीं। कंडेक्टर को किराया देकर अपने स्टॉप की जानकारी दी थी। उस समय बस में 10 के करीब यात्री सवार थे, जिनमें से कई वसंत विहार के पास उतर गए।