गैरसैंण में गुरुवार से शुरू होने वाले शीतकालीन सत्र के गर्माहट भरा होने की उम्मीद है। एक ओर तो विपक्ष भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और कानून-व्यवस्था के तीरों से सत्ता पक्ष पर हमले करेगा, वहीं सत्ता पक्ष ने भी इससे निपटने की रणनीति तैयार कर ली है।
इस लिहाज से सत्र के पूर्व बुधवार से भराणीसैंण में बैठकों के दौर शुरू होंगे। इसमें सरकार प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक करेगी। इसमें उन प्रस्तावों को हरी झंडी दिखाई जा सकती है, जिन्हें सदन पटल पर रखा जाना है। इसी दिन कार्यमंत्रणा समिति की बैठक होगी, जिसमें सदन की कार्यवाही का एजेंडा तय होगा। इस दौरान भाजपा और कांग्रेस विधायक मंडल दलों की बैठक में पक्ष-विपक्ष अपनी रणनीति को अंतिम रूप देंगे।
बुधवार को भराणीसैंण में शाम पांच बजे मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक बुलाई गई है। इसमें अनुपूरक बजट के अतिरिक्त कुछ अन्य प्रस्तावों को भी शामिल किया है।
इसमें आबकारी एक्ट में संशोधन संबंधी एक प्रस्ताव शामिल किया गया है, जिसमें शराब के लाइसेंसधारी व्यवसाइयों के विरुद्ध जुर्माना बढ़ाने की बात है। इसके अतिरिक्त प्रदेश में एसएमई सेक्टर में उद्योग लगाने संबंधी दस करोड़ तक के निवेश प्रस्तावों को जिलाधिकारियों के स्तर पर मंजूरी देने का राजस्व विभाग का प्रस्ताव भी शामिल है।
उच्च शिक्षा विभाग के एक प्रस्ताव में निजी और सरकारी विश्वविद्यालयों का फीस स्लैब तय करने और शहरी विकास विभाग की ओर से नगर निगमों में पार्षदों की संख्या को लेकर कानून बनाने संबंधी प्रस्ताव शामिल हैं।
कैबिनेट की बैठक का समय करीब एक घंटा निर्धारित किया है। इसके बाद कार्यमंत्रणा समिति के अलावा भाजपा और कांग्रेस विधायक मंडल दलों की बैठक बुलाई गई है, जिसमें बृहस्पतिवार से शुरू होने वाले शीतकालीन सत्र की तैयारी एवं रणनीति बनाई जाएगी। गुरुवार को सदन का शीतकालीन सत्र शुरू होगा। इसमें अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा। सत्र में कई मुद्दों पर पक्ष-विपक्ष आमने-सामने होंगे।