रीना चौधरी की रिपोर्ट..
रुद्रप्रयाग: जनपद के दूरस्थ क्षेत्र सौंराखाल के बच्चों ने शिक्षकों की मांग को लेकर जिला प्रशासन को चेतावनी दे दी है। जीआईसी सौंराखाल की छात्राओं ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर 15 दिनों की चेतावनी दी है कि अगर विद्यालय में अध्यापकों की तैनाती नहीं होती है तो बच्चे सामुहिक धरने पर बैठ जायेंगे और आवश्यक्ता पडी तो भूख हडताल के लिए भी मजबूर होंगे।
पश्चिमी भरदार के सौंराखाल इण्टर कालेज में शैक्षणिक व्यवस्थाये भगवान भरोसे चल रही है। यहां विद्यालय में अध्यापकों के 22 पद स्वीकृत हैं मगर कार्यरत महज 6 ही अध्यापक हैं जिससे विद्यालय में पठन-पाठन महज खानापूर्ति चल रहा है। विद्याालय में कम्प्यूटर तो हैं मगर बिना बिजली व नेटवर्क के अभाव महज शोपीस बने हैं। शाैचालय को लेकर बच्चों को खुले में जाना पडता है। इण्टरमिडिएट में तो बच्चे महज विद्यालय में हाजरी लगाने के लिए जाते हैं क्योंकि दो ही विषयों में पडाई हो पाती है। तमाम समस्याअाें के बीच बच्चों ने अब स्वयं ही आंदोलन का मन बनाया है।
जिलाधिकारी ने भी विद्यालय का भ्रमण किया और व्यवस्थाऐं सुधारने के निर्देश दिये। शौचालय के लिए डीएम ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिये कि जिन विद्यालयों में शौचालय नहीं हैं उनकी तत्काल सूची उपलब्ध करवायी जाय जिससे तत्काल शौचालयों का निर्माण हो सके। वहीं अध्यापकों के मसले पर डीएम ने शासन से वार्ता का आश्वासन दिया और अध्यापक मिलने पर प्राथमिक्ता के आधार पर आध्यापक भेजने की बात कही।
अध्यापकों की कमी से जूझ रहे विद्यालयों में बच्चों के भविष्य पर प्रशन चिहन तो लग ही रहा है साथ ही सरकार की मंशा पर भी सवाल खडे हो रहे हैं। एक अाेर तो सरकार सरकारी विद्यालयों में दाखिले की बात कर रही है वहीं अध्यापक विहीन विद्यालयों में किस तरह से बच्चों का भविष्य संवरेगा इस सवाल पर सरकारी अधिकारियों के पास आश्वासनों के अलावा कुछ भी नहीं है।