मसूरी: पहाड़ों की रानी मसूरी के हरे भरे जंगल पूरी तरह से खतरे में पड गये हैं। जंगल में बङे पैमाने पर मलबा फेंका जा रहा है, जिससे बांझ-बुराँस के हरे भरे पेड़ सूखने की कगार पर पहुँच चुके हैं। आलम यह है कि कई पेड़ सूख भी गये हैं, लेकिन वन विभाग कारवाई के नाम पर सिर्फ खानूपर्ति कर रहा है।
यह देन किसी और की नहीं बल्कि शहर के तमाम ठेकेदारों की है, जो निर्माण कार्य का मलबा धङल्ले से जंगल में फेंके जा रहे हैं। जिससे हरे पेड़ खतरे की जद में आ चुके हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि शहर के जंगल अवैध डपिंग जोन बन गये हैं लेकिन वन विभाग कार्यवाही करने में नाकाम है।
वहीँ डीएफओ का कहना है कि रेंज अधिकारीयों को निर्देश दे दिए गए हैं और यदि कोई भी अवैध मलबा डंप करता पकड़ा जायेगा तो उस पर नियम अनुसार कड़ी कार्यवाही की जाएगी।