रुद्रप्रयाग: जिले में पहली बार कला महोत्सव का योजन किया गया। पहाडी संस्कृति के विपरीत बच्चों ने कर्नाटकी संस्कृति की ऐसी घूम मचाई कि हर कोई देखता ही रह गया।
जिले में पहली बार जीआईसी रुद्रप्रयाग में जिलास्तरीय कला महोत्सव में जिले के तीनों विकासखण्डों से चयनित दो-दों टीमों ने प्रतिभाग किया। जिसमें कला, दृश्य अवलोकन, लोक गीत व लोक नृत्यों को सम्मिलित किया गया। बच्चों की प्रस्तुतियों ने सभी का मन मोह लिया।कार्यक्रम को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी एलएस दानू ने बताया कि कला महोत्सव का मुख्य उद्देश्य बच्चों को बाहरी प्रान्तों की लोक संस्कृति से रुबरु करवाना था जिसको लेकर इस बार कर्नाटक की लोक संस्कृति पर आधारित कार्यक्रम आयोजित करवाये गये। एक भारत श्रेष्ठ भारत की थीम पर आयोजित कला महोत्सव में बच्चों की भागीदारी अहम थी।