11 साल की एक मासूम लड़की जिसकी कीमत देह व्यपारियों ने 53 हजार लगा कर बाजार में बेच दिया। वो बिहार की रहने वाली है और अपने मजदूर मां बाप के साथ हरियाणा जा रही थी। लेकिन स्टेशन में ही वह दरिंदगों की नजरों का शिकार हो चुकी थी। जिसके बाद दिल्ली के एक सरगहना ने उसे पहले अगवा किया और उसके बाद उसकी कीमत लगा कर हरिद्वार की एक दलाल को बेच दिया।
एक नाबालिग लड़की को जबरन कैद करने की सूचना मिलने के बाद ह्यूमन ट्रैफिकिंग की टीम ने कार्यवाही करते हुए संदिग्ध जगहों पर दबिश दी। जिसके बाद 21 मई को उस नाबालिक लड़की को एक महिला दलाल के यहां से बरामद किया गया। जिसने उस बच्ची से देह व्यापार करवाने की नीयत से 53 हजार में उसे दिल्ली के एक दलाल से खरीदा था।
पुलिस कार्यवाही में आरोपी महिला के साथ एक शख्स भी पकड़ा गया । जिसके बाद बीते रोज थाना कनखल की टीम ने लड़की के बयान पर दिल्ली में दबिश दी। जहां से इस घटना के मास्टर माइंड को उसके दो साथियों समेत गिरफ्तार कर लिया गया।
हरिद्वार एसएसपी कृष्ण कुमार से जब हमने बात करी तो उन्होनें बताया कि कनखल से गिरफ्तार ये महिला पहले भी दो बार जिस्मफरोशी के आरोप में जेल जा चुकी है। उन्होनें बताया कि लड़की के बयान के बाद दिल्ली से 3 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। इससे पहले 21 मई को जब लड़की को बरामद किया गया था तो उस समय 2 आरोपियों को पकड़ा गया था। लड़की को सुरक्षित रखा गया है। जल्द ही उसके मां बाप से संपर्क कर उसको उनके पास सौंप दिया जाएगा।
दिन प्रतिदिन प्रदेश में बढ़ रही मानव तस्करी पुलिस प्रशासन के लिए धिरे धिरे एक बड़ी चुनौती बन रहा है। समय रहते सतर्कता के साथ अगर इस बिमारी को जड़ से खत्म करने की कोशिश न की गई तो शायद परिणाम उम्मीद से भी बदतर हो जाएगें।