अलगाववादी संगठनों के नेताओं को पाकिस्तान से टेरर फंडिंग की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी(एनआईए)ने 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, इनमें फारूक अहमद डार उर्फ बिट्टा कराटे, नईम खान, शाहिद-उल-इस्लाम, अल्ताफ फंटूस, मेहराजुद्दीन, अयाज अकबर और पीर सैफुल्ला शामिल हैं। बिट्टा कराटे को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है और अन्य छह आरोपियों की गिरफ्तारी श्रीनगर से हुई है। आरोपियों को श्रीनगर से दिल्ली लाया जा रहा है, कल सभी आरोपियों को एनआईए के स्पेशल जज के समक्ष पेश किया जायेगा। सभी आरोपियों के खिलाफ 120 बी, 121, 121ए आईपीसी और 13, 16, 17, 18, 20, 38, 39, 40 की गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम, 1967 के तहत मुकदमा चलेगा।
आरोपी अल्ताफ जम्मू कश्मीर को पाकिस्तान के साथ मिलाने की पैरवी करने वाले हुर्रियत के कट्टरपंथी धड़े के नेता सैयद अली गिलानी के दामाद हैं। वहीं, शाहिद इस्लाम हुर्रियत के नरमपंथी धड़े के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक के करीबी सहयोगी हैं और आयज अकबर, गिलानी की अगुवाई वाले हुर्रियत के प्रवक्ता हैं।
एक न्यूज चैनल पर दिखाए गए स्टिंग ऑपरेशन में हुर्रियत नेता नईम खान कथित तौर पर यह स्वीकार कर रहे थे कि उन्हें हवाला के माध्यम से पाकिस्तान के आतंकी संगठनों से फंडिंग मिल रही है। इसी खुलासे के बाद एनआईए ने 30 मई 2017 को तत्काल अलगाववादी के खिलाफ केस दर्ज कर दिया था, इसी के जांच के दौरान एनआईए के हाथ हुर्रियत के 7 नेता लगे है।