नई दिल्ली: एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) ने वैष्णो देवी दर्शन करने जाने वाले श्रद्धालुओं को लेकर जरूरी गाइड लाइन जारी की है। एनजीटी के दिशा निर्देशों के मुताबिक अब मां वैष्णो देवी के दर्शन के लिए एक दिन में
केवल 50 हजार श्रद्धालु ही कटरा से ऊपर जा सकेंगे। वैष्णो देवी के दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए एनजीटी ने यह कदम उठाया।
एनजीटी के इस आदेश को लोगों की सुरक्षा के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। गौरतलब है कि वैष्णो देवी मंदिर के दरबार में 50 हजार लोगों की ही क्षमता है।
इससे ज्यादा लोगों का वहां एक दिन में जाना असुविधाजनक साबित हो सकता है। माना जा रहा है कि इस बात को ध्यान में रखते हुए एनजीटी ने यह आदेश लागू किया है।
एनजीटी सभापति न्यायमूर्ति स्वतंत्र कुमार की अध्यक्षता वाली एनजीटी बेंच ने यह स्पष्ट किया कि यदि तीर्थयात्रियों की संख्या अधिक हो गई है तो इस स्थिति में उन्हें अर्धकुंवारी या कटरा में रोक दिया जाएगा। इसके साथ-साथ एनजीटी ने इलाके में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए, किसी भी निर्माण कार्य पर भी रोक लगा दी है।
एनजीटी ने निर्देश दिया कि मंदिर के नए मार्ग पर घोड़ा या खच्चर की अनुमति नहीं दी जाएगी और इन जानवरों को पुराने मार्ग से धीरे-धीरे हटा दिया जाएगा।
एनजीटी ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए हैं कि किसी भी व्यक्ति को सड़कों के साथ-साथ कटरा शहर के बस स्टॉप पर कचरा फैलाने पर 2,000 रुपये का जुर्माना (पर्यावरण मुआवजा) लगाया जाए।