कोई इतना निष्ठुर कैसे हो सकता है। कोई पति कैसे अपनी पत्नी के सीने में चाकू घोंप सकता है और पेट भरने वाला पिता कैसे अपनी ही बेटी के पेट में चाकू मार कर उसकी जान ले सकता है। खैर यह कलयुग है यहां कुछ भी हो सकता है।
कुछ रोज पहले हुए गोविन्द घाट के होटल में हुए दोहरे हत्याकांड में आज पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। देहरादून पुलिस ने आज आरोपी जसवीर सिंह को आईएसबीटी देहरादून से गिरफ्तार कर लिया है।
कांस्टेबल नितिन सैनी की सतर्कता और आईएसबीटी के थाना प्रभारी योगेश पांडे के नेतृत्व से इस आरोपी को पकड़ा गया।
जिसके बाद पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने परिवार की आर्थिक तंगी औऱ ज्यादा खर्चे से वजह से परिवार की हत्या करने की बाद कबूल कर ली है।
आरोपी ने बताया कि हत्या के इरादे से पहले वह अपनी पत्नी औऱ बेटी को हेमकुंड लेकर आया। जिसके बाद मौका पाकर उसने चाकू से दोनों की हत्या कर डाली। उसने बताया कि हत्या वाला चाकू और अपने मोबाइल फोन को नीचे नदी में फेंकने के बाद औऱ अपनी गाड़ी गौचर में छोड़ने के बाद वो हरिद्वार चला गया ।
उसने बताया कि वो जानता था पुलिस उसे लगातार ढूंढ रही है। इसलिए वो हरिद्वार से दिल्ली गया फिर नासिक औऱ फिर वापस देहरादून आ गया। इसके बाद उसकी आज अंबाला जाने की तैयारी थी। लेकिन ऐन मौके पर पुलिस ने उसको पहचान लिया और बस अड्डे से ही उसको गिरफ्तार कर लिया।
याद हो कि 30 मई को हेमकुंड साहिब के एक होटल के कमरे पर मां बेटी की लाश पाई गयी थी। जो अंबाला से यहां आए थे। जिसके बाद हत्यारे आरोपी की तलाश लगातार जारी थी।
यूं तो यह घटना बाकी अपराधिक घटनाओं की तरह ही एक जघन्य अपराध है लेकिन मानव सम्बंधों के बीच इस तरह की घटना ने एक बार फिर मानव संवेदना को तार तार कर दिया है।