वैदिक मंत्रोचारण के बीच आज ब्रह्ममुहूर्त में 4.15 बजे भगवान बद्रीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। राष्ट्रपति डॉ. प्रणब मुखर्जी बद्रीनाथ मंदिर में पूजा के लिए बद्रीनाथ धाम पहुंच गए।
बद्रीनाथ धाम में आधी रात के बाद ही मंदिर में प्रवेश करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगनी शुरू हो गई थी।
कपाट खुलते ही भगवान बदरी विशाल के जयकारों से बद्रीनाथ धाम गूंज उठा।
इस दौरान सेना के बैंड की धुन के साथ ही श्रद्धालु भगवान के जयकारे लगाते रहे। इस मौके पर करीब दस हजार श्रद्धालुओं की भीड़ थी। वहीं, राजभवन में विश्राम करने के बाद सुबह करीब सवा सात बजे राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे। यहां से वह सुबह करीब सवा सात बजे सेना के विशेष विमान से बद्रीनाथ के लिए रवाना हुए थे। सुबह करीब 8.25 पर उनके हेलीकॉप्टर ने बद्रीनाथ धाम में बनाए गए सेना के हेलीपैड पर लैंड किया। उनके साथ प्रदेश के राज्यपाल डॉ. केके पॉल, उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र रावत और पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज भी मौजूद रहे।
बद्रीनाथ में राष्ट्रपति की सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं। सुबह करीब सवा सात से मंदिर परिसर को जीरो जोन कर दिया गया। साथ ही आम श्रद्धालुओं के लिए दर्शन रोक दिए गए हैं। राष्ट्रपति के लौटने के बाद ही श्रद्धालु फिर से दर्शन कर सके।