मंयक ध्यानी की रिपोर्ट
वर्षो से मैली दर मैली होती देहरादून की रिस्पना आज तब खुश हो गयी जब सूबे का मुखिया उसके मैलों को धोने आ पहुंचा।
साथ में आया पूरा मीडिया का वो तबका जो रिस्पना को अपनी सहूलियत के अनुसार याद रखता है। खैर, मुखिया आए साथ में मंत्रिगणों को भी लाए।
सब ने बड़ी देर तक उसके काले पड़े रंग को निहारा, दो मिनट उसकी दुर्दशा पर बाते भी की और फिर शुरू हो गया कैमरों का चमकना। उसके बाद मुख्मंत्री ने प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान को आगे बढ़ाते हुए साइंटिस्टों द्वारा प्रमाणित तरल प्रदार्थ रिस्पना में छिड़क दिया….औऱ ये उम्मीद जता जनता से वादा कर गये कि अब रिस्पना औऱ रिस्पना जैसी प्रदेश की तमाम नदियां जल्द ही स्वच्छ एवं बदबू मुक्त हो जाएगी।