शादी का नाम सुनते ही आखों के सामने बारात नजर आ जाती है, वही बारात जो अक्सर सड़को में तेज शोर शोर शराबे के साथ बेपरवाह नाचते हुए दिखती देती है। जिसके कारण आये दिन सड़को पर भारी जाम बना रहता है औऱ जाम में फंसी अन्य गाड़िया बेबस नजर आती हैं। कई बार यही बारात एम्बुलेंस के आड़े भी आ जाती है, जिसकी कीमत अक्सर पीछे लेटे मरीज को अपनी जान देकर चुकानी पड़ती है और तो औऱ कभी जोश में तमंचा चल जाए, तो मालूम पड़ता है कि ढ़ोल पर नाचते नाचते कुछ लोग ही ढेर हो गये हैं।
इसी तरह की खामियों को खत्म करने के लिए देहरादून की एसएसपी स्वीटी अग्रवाल ने गुरूवार देर रात एक आदेश जारी कर दिया है। इस आदेश में सभी वेडिंग प्वाइंट के संचालकों को निर्देश दिये गये हैं कि किसी भी बारात को सड़क पर उतारने से पहले पुलिस की अनुमति ली जाए ताकि पुलिस जाम से निपटने की व्यवस्था पहले ही बना ले। इसके साथ ही गाड़ियों की पार्किंग और सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था भी अनिर्वाय होगी। बारात में कोई ट्रैफिक के नियमों को न तोड़ पाए और किसी भी तरह के शस्त्र का प्रयोग न करे इसके लिए भी स्वीटी अग्रवाल ने वेडिंग प्वाइंट संचालकों को हिदायत दी है कि बुकिंग करते समय पार्टी से ट्रैफिक नियमों का पालन करने औऱ शस्त्र का प्रयोग न करने का शपथ पत्र पहले ही हासिल कर लें। एसएसपी के इस तरह के फैसले जनता को बेशक राहत देंगे लेकिन अब इन निर्देशों का कितने समय तक पालन किया जाएगा औऱ पुलिस इन नियमों के उल्लंघन पर कितनी सख्त रहेगी ये अब भविष्य तय करेगा। लेकिन उम्मीद है कि जिस नीयत के साथ ये फैसला लिया गया है उसी ईमानदारी के साथ ये जमीन पर भी लागू हो।